भगवान् और पोस्ट ऑफिस वाले

Shashi Bhushan (Learner, Jalandhar) (996 Points)

25 October 2009  

 

एक बार एक बच्चे के पिताजी भगवान् को प्यारे हो गए .पैसों की तंगी के कारण उसकी माँ ने उसे स्कूल से निकाल लिया .बच्चे के पूछने पर माँ ने कारण बताया और कहा की भगवान् से प्रार्थना करो की हमारे पास पैसे हों और तुम स्कूल जा सको .बच्चे के पूछने पर माँ ने बताया की भगवान् स्वर्ग में रहते हैं . कई दिन तक प्रार्थना करने पर भी कुछ नहीं हुआ तो उस बच्चे ने भगवान् को स्वर्ग के पते पर रोज एक पत्र लिख कर लैटर बॉक्स में डालना शुरू कर दिया की -" भगवान् जी , कृपा करके मुझे पांच हजार रुपये भेज दीजिये मैंने स्कूल में दाखिला लेना है."

 

 पोस्ट ऑफिस वाले उस पत्र को देख कर बहुत द्रवित हुए और परेशानी में फँस गए की पत्र को कहाँ भेजें . पोस्ट ऑफिस वालों ने तरस खाकर अपने स्टाफ से कुछ चंदा एकत्रित किया जो की लगभग साडे-चार हजार रुपये हुआ और उसे उस बच्चे के नाम से मनी-आर्डर करा दिया. यह नेक काम कर के उन्हें बहुत ही सांत्वना मिली.

 

एक सप्ताह के पश्चात् उस बच्चे का भगवान् के नाम पुनः पत्र आया . लिखा था _ " भगवान् जी , आपने मेरी पढाई के लिए साडे- चार हजार रूपये भेज कर मेरी मदद की इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ! भविष्य में रूपये मनी आर्डर से मत भेजना. मैंने तो पांच हजार मांगे थे और आपने पांच ही भेजे होंगे परन्तु यह पोस्ट ऑफिस वाले बहुत चोर हैं इन्होने पांच सौ की चोरी कर ली है. "