Helping Hands are Greater & Better Then Praying Lips....

Pradeep Mangtani (Student CA FINAL) (823 Points)

13 April 2010  

 


खाना खाते हो वो पसंद नहीं आता

 

रोजाना जो खाना खाते हो वो पसंद नहीं आता ? उकता गये ?

 

 

 

............ ... ........... .....थोड़ा पिज्जा कैसा रहेगा ?






नहीं ??? ओके ......... पास्ता ? 

नहीं ?? .. इसके बारे में क्या सोचते हैं ?


आज ये खाने का भी मन नहीं ? ... ओके .. क्या इस मेक्सिकन खाने को आजमायें ?

 




दुबारा नहीं ? कोई समस्या नहीं .... हमारे पास कुछ और भी विकल्प हैं........ 

ह्म्म्मम्म्म्म ... चाइनीज ????? ??

 



बर्गर्सस्स्स्सस्स्स्स ? ???????

 



ओके .. हमें भारतीय खाना देखना चाहिए ....... 
? दक्षिण भारतीय व्यंजन ना ??? उत्तर भारतीय ? 

 


जंक फ़ूड का मन है ?




हमारे पास अनगिनत विकल्प हैं ..... .. 
?



मांसाहार ? 
या केवल पके हुए मुर्गे के कुछ टुकड़े ?

 



ज्यादा मात्रा ?

 




आप इनमें से कुछ भी ले सकते हैं ... या इन सब में से थोड़ा- थोड़ा ले सकते हैं ...

 


 

क्या आप इतने सारे विकल्पों से परेशान हो गये हैं ...

ज़रा इन्हॆं देखिए कुछ लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है..........

 

 


 

 



इन्हें तो बस थोड़ा सा खाना चाहिए ताकि ये जिन्दा रह सकें ..........



इनके बारे में अगली बार तब सोचना जब आप किसी केफेटेरिया या होटल में यह कह कर खाना फैंक रहे होंगे कि यह स्वादिष्‍ट नहीं है !! 





इनके बारे में अगली बार सोचना जब आप यह कह रहे हों ... यहाँ की रोटी इतनी सख्त है कि खायी ही नहीं जाती.........



 

 

-: हमारी बात :-

कृपया खाने के अपव्यय को रोकिये 
अगर आगे से कभी आपके घर में पार्टी / समारोह हो और खाना बच जाये या बेकार जा रहा हो तो बिना झिझके आप 
1098 (केवल भारत के कुछ चुनिंदा शहरों में -www.childlineindia.org.in) पर फ़ोन करें - यह एक मजाक नहीं है - यह चाइल्ड हेल्पलाइन है । वे आयेंगे और भोजन एकत्रित करके ले जायेंगे। 
कृप्या इस सन्देश को ज्यादा से ज्यादा प्रसारित करें इससे उन बच्चों का पेट भर सकता है जिनके पास पेट भरने की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं है।


कृप्या इस श्रृंखला को तोड़े नहीं ..... 

लोग 
अपने दोस्तोंऔर नेटवर्क में दिन भर में पचासों मेल करते हैं चुटकुले, तस्वीरें, गुडलक, गुड मोर्निंग, गुड नाईट, क्यों नहीं इस बार इस अच्छे सन्देश को आगे से आगे मेल करें ताकि हम भारत में रहने वाले उन लोगों तक हाथ बढ़ा सकें जिनको हमारे सहारे की ज़रूरत है । 

आपने जो दुआ भेजी वो किसी को लगी या नहीं ,भगवान की तसवीरें फॉरवर्ड करने से किसी को गुड लक मिला या नहीं मालूम नहीं पर एक शख़्‍स तक ये संदेश पहुंचा कर देखिये आप के मन को शांति मिली या नहीं।